Posts

Showing posts from March, 2016

Caste इन इंडिया

जब कभी भी दलित समाज की ख़बर अख़बारों या टीवी में आती है तब तब समाज का एक बहुत बड़ा तबक़ा इन घटनाओं की ख़बरों को नज़रंदाज करते देखा गया है इस तबके को दलित आधारित घटनाए आम से भी आम सी लगती है मगर यह कड़वी सच्चाई है की यह दलित आधारित घटनाए ही एक नज़र से ज़्यादा देखी जाती है। जातीगत भेदभाव, आज भी समाज में उतना ही सक्रिय है जितना मंदिरों में ब्राह्मण पुजारी। लोग नहीं समझना चाहते की जातिगत भेदभाव सबसे बड़ी जड़ है समाज में हो रही ज़्यादातर घटनाओं की।  कुछ लोगों की यह भी मान्यता है कि जाति सिर्फ़ और सिर्फ़ भारत में ही दिखाई देती और वो भी कुछ ही इलाक़ों में मगर यह सरासर अज्ञानता का प्रतीक है जो किसी के पास भी भरपूर मात्रा में मिल सकता है। जातिगत भेदभाव को समझना व समझाना दोनों ही अलग अलग बात है। भारत में बहुत बड़ा तबक़ा लोगों को जाति को लेकर समझाते हुए कायी बार देखा है मगर समझते हुए बहुत कम। जातिगत सोच- विचार यह सब समाज में आप कहीं भी जाकर एक दूसरे से किसी भी राजनेतिक मुद्दों पर बात कर के भी आसानी से देख और समझ सकते है। जाति हमारे समाज में इस क़दर अपनी जड़े जमाए हुए है की इसे ख़त्म करना

आपको फ्री क्यों चाहिये?

जो भी लोग सरकार की योजनाओ पर नाचना पसंद करते हैं उन्हें समझ लेना चाहिए कि अब वो दिन दूर नहीं जब आप अपनी करनी के लिए जाने जायेंगे, आप अपने माथे पर एक टेग के साथ लोगों के सामने उभर के सामना आएंगे। बहुत समय से यह देखने को मिला है कि लोगो ने अपना दिमाग इस्तेमाल करना छोड़ सा दिया है। अपने आपको बिलकुल नहीं समझना चाहते की आप कौन है, आपकी जरुरत क्या है? दोष भी नहीं दिया जा सकता है आपको क्योंकि समाज में जिस तरह का सन्देश मीडिया व लोगो के प्रतिनिधियों दुवारा दिया जा रहा वह सब आपको आज का आदमी बनाना के लिए पर्याप्त है। जाने अनजाने आप वो सब बातें मान रहे है जो आपको अभी और बाद में समझ में आने लगेंगी। वो अलग बात है की यह सब बातें आपके काम की हैं या होगी मगर आपको इस बात का एहसास जरुर होगा। समाज को फ्री की ललक लग चुकी है जिसके लिए वो किसी भी हद्द तक अपने दिमाग का प्रयोग बंद कर सकते है। यह आज भी देखने को मिलता है बहुत आसानी से। कमाल की बात तो यह है सरकारी विज्ञापन आपको अपना दिमाग का इतेमाल करवाने के लिए महंगा से महंगा विज्ञापनों का प्रसार करवाता है वहीँ दूसरी ओर आपकों लालच भरा विज्ञापन वो सारा